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Bangladesh Textile Industry भारत हो जाएगी शिफ्ट! रॉकेट की तरह भाग रहे ये शेयर
- कितना टेक्सटाइल निर्यात करता हैं बांग्लादेश?
- बांग्लादेश में उथल-पुथल से भागे यह टेक्सटाइल शेयर?
- टेक्सटाइल शेयरों पर एक्सपर्ट्स की राय?
Bangladesh Textile Industry: भारत के पड़ोसी देश बांग्लादेश में आंदोलन (Bangladesh Protest) के चलते भारी हिंसा देखने को मिल रही है, जिसका असर वहां की टेक्सटाइल इंडस्ट्री पर भी पड़ने की संभावना है, जिसके कारण जानकार मान रहे हैं कि बांग्लादेश से टेक्सटाइल इंडस्ट्री निकलकर आसपास के देशों भारत और चीन जा सकती है।
Bangladesh Textile Industry: कितना टेक्सटाइल निर्यात करता हैं बांग्लादेश?
टेक्सटाइल इंडस्ट्री में पूरी दुनिया में बांग्लादेश के बोलबाला है। बांग्लादेश की ओर से हर महीने करीब 4 अरब डॉलर का टेक्सटाइल निर्यात किया जाता है, जोकि वहां फॉरेक्स का मुख्य स्त्रोत है। यूरोपीयन, यूनाइटेड किंगडम और यूएस के टेक्सटाइल मार्केट में बांग्लादेश की हिस्सेदारी 10 प्रतिशत के आसपास है।
ऐसे माना जा रहा है कि पड़ोसी राज्य में उथल-पुथल के कारण 300 से 400 मिलियन डॉलर वैल्यू की इंडस्ट्री भारत के टेक्सलाइट हब जैसे तमिलनाडु के तिरुपुर में शिफ्ट हो सकती है।
बांग्लादेश में उथल-पुथल से भागे यह टेक्सटाइल शेयर?
बांग्लादेश में उथल-पुथल का असर सीधे तौर पर भारत में टेक्सटाइल शेयरों पर देखने को मिला। किनटेक्स गारमेंट्स (Kitex Garments) का शेयर 19 प्रतिशत बढ़कर 251 रुपये, गोकुलदास एक्सपोर्ट्स (Gokaldas Exports) का शेयर 18.7 प्रतिशत बढ़कर 1,095 रुपये, केपीआर मिल (KPR Mill) 16.7 प्रतिशत बढ़कर 965 रुपये, आरएसएमडब्ल्यू (RSMW) का शेयर 15.4 प्रतिशत बढ़कर 267 रुपये, अरविंद (Arvind)का शेयर 13 प्रतिशत चढ़कर 420 रुपये, जीएचसीएल टेक्सटाइल (GHCL Textiles) 10.7 प्रतिशत बढ़कर 123 रुपये तक दिन के कारोबारी सत्र में चला गया है। बड़ी संख्या में इन टेक्सटाइल शेयरों में खरीदारी दिखाता है, निवेशक का रुझान इन शेयरों की तरफ है।
टेक्सटाइल शेयरों पर एक्सपर्ट्स की राय?
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के रिटेल रिसर्च हेड दीपक जसानी का कहना है कि बांग्लादेश में चल रही उठापटक से भारत कंपनियों को स्थिति सामान्य होने तक कुछ ऑर्डर मिल सकते हैं। ये ऑर्डर अस्थायी होंगे, क्योंकि बांग्लादेश में लागत काफी कम हैं। निवेशकों को कोई भी ट्रेंड लेने से पहले जोखिम को समझ लेना चाहिए।
अन्य जानकारों का कहना है कि निवेशकों को सही वैल्यूएशन वाले चुनिंदा शेयरों पर लंबी अवधि के नजरिए से दांव लगाना चाहिए, क्योंकि सरकार टेक्सटाइल इंडस्ट्री को आगे बढ़ाने को लेकर काफी सारी योजनाएं चला रही है।